दिशा की सारी यादें कल शाम बहा दीं समंदर में। बीच पर उसका ख्याल नहीं आया। दिशा की सारी यादें कल शाम बहा दीं समंदर में। बीच पर उसका ख्याल नहीं आया।
कैसा फ़ूहड़ है! तेरे रहते तो घर में मेज़पोश रह ही नहीं सकता! कैसा फ़ूहड़ है! तेरे रहते तो घर में मेज़पोश रह ही नहीं सकता!
और फिर एक दिन, वो नसीब लिखने वाले से ख्वाब में मुलाकात हुई| बेसहारा दिल उसकी रौशनी से चमक उठा, और ... और फिर एक दिन, वो नसीब लिखने वाले से ख्वाब में मुलाकात हुई| बेसहारा दिल उसकी र...
लेकिन आज इतने सालों बाद अचानक एक मैसेज देखा तो आश्चर्य होना स्वाभाविक था। लेकिन आज इतने सालों बाद अचानक एक मैसेज देखा तो आश्चर्य होना स्वाभाविक था।
अंतिम रूप से रोहन की ज़िन्दगी में भी प्यार आ ही गया। अंतिम रूप से रोहन की ज़िन्दगी में भी प्यार आ ही गया।
जिंदगी जी लो यही काफी है मोहब्बत में ना जाने कितने जान लुटाई है। जिंदगी जी लो यही काफी है मोहब्बत में ना जाने कितने जान लुटाई है।